पंचतंत्र
काबिल हाथी
बहुत समय पहले की बात है| किसी जंगल में एक हाथी रहता था| उस हाथी का कोई दोस्त नहीं था|
एक दिन उसे जंगल के बीच में पेड़ पर एक बन्दर दिखा| हाथी ने बन्दर से कहा "बन्दर भाई मेरा कोई दोस्त नहीं है क्या आप मेरे साथ दोस्ती करोगे|" बन्दर ने कहा "आप बहुत बड़े हैं मैं बहुत छोटा हूँ और आप मेरी तरह डाल पर उछल कूद भी नहीं सकते, इसलिये आप की और मेरी दोस्ती नहीं हो सकती है|
अगले दिन हाथी को नेक खरगोश मिला हाथी ने खरगोश को भी दोस्त बनने के लिए कहा । का पर खरगोश ने कहा आप बहुत बड़े हो और मैं बहुत छोटा हूँ आप मेरे बाड़े में भी नहीं आसकते इसलिए हमारी दोस्ती नहीं हो सकती है|
फिर हाथी तालाब के किनारे गया वहां उसे एक मेढक मिला| हाथी ने मेढक से कहा की मेढक भाई क्या मुझ से दोस्ती करोगे| मेढक ने कहा जरा अपना शारीर तो देखो कितना बड़ा है और में कितना छोटा हूँ इस लिए हमारी दोस्ती संभव नहीं है|
अगले दिन हाथी को एक गीदड़ मिल गया हाथी ने उस से भी दोस्ती करने के लिए कहा पर गीदड़ ने भी दोस्ती करने से मना कर दिया|
हाथी को बहुत बुरा लगा उसे लगा मेरा यह बड़ा शरीर मेरा सबसे बड़ा दुश्मन है । इसलिये मुझ से कोई दोस्ती नहीं करना चाहता ।
शाम को हाथी ने देखा की जंगल के सभी जानवर भाग कर जा रहे हैं| हाथी ने उनको रोक कर जानना चाहा| गीदड़ ने बताया की जंगल का राजा शेर सब को मार कर खा जाना चाहता है| इसलिए सभी जानवर अपनी जान बचने के लिए भाग रहे है|
हाथी ने शेर से कहा तुम इस तरह सभी जानवरों के पीछे क्यों पड़े हो सभी जानवरों को एक साथ ही मारके खा लोगे क्या |
शेर ने हाथी से कहा यह मेरी मर्जी तुम रोकनेवाले कौन होते हो |
हाथी को सुनकर बहुत गुस्सा आया और उसने जोर से एक लात शेर को मार दी| शेर छटक कर दूर जा गिरा | उसे बहुत सारी चोट भी लग गई और दर्द के मारे शेर वहां से भाग गया|
जब हाथी ने यह बात सभी जानवरों को बताई तो सभी जानवर बहुत खुश हो गए और सभी ने हाथी को अपना दोस्त बना लिया | इसी लिए कहते हैं
की आप किसी के काम के होंगे तो सभी आप से मित्रता करेंगे |
सीख : - काबिल को सभी पूछते हैं ।
No comments:
Post a Comment